दिल्ली/एन.सी.आर.

Toxic foam in Yamuna: छठ पूजा से पहले यमुना में जहरीला झाग चिंता का विषय

छठ पूजा से पहले दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गिरावट के बीच प्रदूषण की दोहरी समस्या है। छठ पर्व से पहले रविवार को कालिंदी कुंज में यमुना नदी के एक हिस्से में जहरीला झाग तैरता हुआ देखा गया।

Toxic foam in Yamuna: छठ पूजा से पहले दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गिरावट के बीच प्रदूषण की दोहरी समस्या है। छठ पर्व से पहले रविवार को कालिंदी कुंज में यमुना नदी के एक हिस्से में जहरीला झाग तैरता हुआ देखा गया।

सूर्य देव को समर्पित छठ पर्व में नदियों में स्नान जैसे अनुष्ठान शामिल हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को शाम 4:00 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, जो 381 थी। दिवाली के तीन दिन बाद 3 नवंबर को राजधानी में घना कोहरा छाया रहा, जिसके चलते कुछ निगरानी स्टेशनों ने ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता दर्ज की।

दिल्ली में 8 स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रीडिंग 400 अंक से अधिक दर्ज की गई, जिसमें पंजाबी बाग भी शामिल है, जहां AQI 423 रहा, मुंडका में यह 422 रहा, वजीरपुर में 420 AQI दर्ज किया गया जबकि अशोक विहार में 422 AQI दर्ज किया गया। इस प्रकार, वायु गुणवत्ता में गिरावट का संकेत देते हुए, द्वारका स्टेशन पर 410 AQI दर्ज किया गया, रोहिणी में यह 436 रहा और जहांगीरपुरी में यह 414 रहा।

यह पिछले दिन की तुलना में प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है, जब यह 290 के आसपास था। CPCB AQI इंडेक्स के अनुसार, 0 से 50 के बीच रीडिंग को ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’ माना जाता है, 101 और 200 को ‘मध्यम’, 201 और 300 को ‘खराब’, 301 और 400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को चिंताजनक वायु गुणवत्ता की स्थिति पर कहा कि धूल प्रदूषण से निपटने के लिए शहर भर में लगभग 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की जाएंगी। गोपाल राय ने कहा, “चाहे वह धूल प्रदूषण हो, वाहन प्रदूषण हो या बायोमास जलाना हो, हमारी टीमें लगातार इन तीनों को लक्षित करने के लिए काम कर रही हैं।”

वाहनों से निकलने वाला धुआं और खेतों में आग दिल्ली के प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान देने वाले कारक हैं। गोपाल राय ने सुझाव दिया कि राज्य सरकार ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान शुरू किया है और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए ऑटो पर स्टिकर लगाने का अभियान बढ़ाया है।

उन्होंने कहा, “चारों ओर पानी का छिड़काव किया जाएगा, हर विधानसभा क्षेत्र में पानी का छिड़काव किया जा रहा है। पहले एक शिफ्ट में 8 घंटे तक छिड़काव किया जाता था। अब इसे 8 घंटे की 3 शिफ्ट में विभाजित किया गया है ताकि नियमित और बड़े पैमाने पर पानी के छिड़काव के माध्यम से धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।”

इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से खेतों में आग लगने की घटनाओं को यथासंभव कम करने के उपाय करने का आग्रह किया।

(एजेंसी इनपुट के साथ)