Deepotsav 2024:उत्तर प्रदेश के अयोध्या की राम जन्मभूमि मंदिर में इस साल पहली दिवाली मनाई जाएगी। योगी सरकार इस उत्सव को बड़ी धूमधाम से और भव्य तरीके से मनाने की तैयारी कर रहा है। वैसे तो हर साल अयोध्या में दिवाली पर दीपोत्सव मनाया जाता है, लेकिन इस बार दीपोत्सव कुछ खास होगा। इस बार राम की पैड़ी पर 25 लाख दीये जलाए जायेंगे और 1100 से ज़्यादा लोग इस अवसर पर आरती करेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि उसका लक्ष्य 2024 की दिवाली मनाकर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है।
“इस बार विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए हमें 25 लाख से ज़्यादा दीयों की ज़रूरत है। पिछला विश्व रिकॉर्ड अयोध्या का था, जो सिर्फ़ 22 लाख 23 हज़ार का था। गिनीज के एक अधिकारी निश्चल बरोट ने एएनआई के हवाले से कहा, “हम इस बार इसे तोड़ देंगे।”
दीया निर्माण से लेकर जुलूस के समय और ड्रोन शो तक – अयोध्या में दीपोत्सव 2024 इस तरह मनाया जाएगा।
#Ayodhya is ready to witness the grandest-ever 🪔Deepotsav to celebrate the first Diwali after the consecration of #Ramlala at the newly constructed Ram Temple🛕.
UP government will aim for the Guinness World Record by lighting more than 25 lakh diyas on Deepotsav today at 55… pic.twitter.com/NEZSRYWnXI
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 30, 2024
अयोध्या दीपोत्सव 2024 (Ayodhya Deepotsav 2024)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समारोह के लिए दोपहर 2:30 बजे अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है। यूपी सरकार ने सभी को भव्य उत्सव में भाग लेने और दीये जलाने के विश्व रिकॉर्ड के प्रयास को देखने के लिए आमंत्रित किया है।
दीपोत्सव की प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू हुई, जिसमें स्वयंसेवकों, पर्यवेक्षकों और कार्यक्रम समन्वयकों ने दीयों में तेल और बाती भरी।
निश्चल बरोट ने कहा, “इस बार, हम आरती को भी विश्व रिकॉर्ड में शामिल कर रहे हैं, जहाँ हमें उम्मीद है कि 1100 से अधिक लोग आरती करेंगे।”
हिंदू महाकाव्य रामायण के दृश्यों को दर्शाती 17-18 झांकियों वाली शोभायात्राएं इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होंगी। समारोह में म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया सहित छह पड़ोसी देशों के कलाकार भी शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के पारंपरिक लोक नृत्य प्रदर्शन भी होंगे, जैसे फरुआही (गोरखपुर), बामरासिया (राजस्थान), मयूर (यूपी), बहरूपिया (डब्ल्यूबी), अवधी (यूपी) और थारू (बिहार)।
घाट नंबर 10 पर स्वस्तिक बनाने के लिए 6.80,000 दीयों का उपयोग किया जाएगा, जो संभवतः दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण बन जाएगा।
भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान के जीवंत दृश्य दिखाने वाले 500 भारतीय निर्मित ड्रोन के साथ एक हवाई ड्रोन शो की भी योजना बनाई गई है, साथ ही लेजर लाइट डिस्प्ले और वॉयसओवर भी होंगे।
मेगा इवेंट का समापन आतिशबाजी और रंगोली के शानदार प्रदर्शन के साथ होगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)