भागलपुर: 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पहले एक मुद्दा फिर से बयान के तौर पर उफान में आने लगा है। रीजनल पार्टियों का बजूद और उसके भविष्य पर अक्सर सवाल उठते हैं। रीजनल पार्टी पर आरोप भी है कि वोटर को अग्रेसिव करने के लिए जातिगत आधार को वोट में तब्दील करते हैं।
उसी कड़ी में अगर बात करें तो सासाराम में भारत सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय कहते हैं कि विपक्षी पार्टियों ने आम लोगों को जातियों के बांटा है। जबकि एनडीए के साथ 38 दल और इंडिया के साथ 26 दल है। बीजेपी के पूर्व उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन कहते हैं कि बीजेपी में सबका साथ सबका विकास का नारा है। लेकिन जाति के आधार पर वोट को देखते हुए उन दलों को अपने दल में शामिल करना या साथ रखने पर कहते हैं कि यह तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।