धर्म-कर्म

Sawan 2023: इस बार सावन का महीना है खास, जानें धार्मिक महत्व और क्यों है 8 सोमवार?

इस साल श्रावण का महीना बहुत खास होने वाला है। इस बार शिव जी को प्रसन्न करने के लिए पूरे दो माह का समय होगा। अधिक मास की वजह से इस बार सावन 4 जुलाई से 31 अगस्त तक रहेगा।

Sawan 2023: इस साल श्रावण का महीना बहुत खास होने वाला है। इस बार शिव जी को प्रसन्न करने के लिए पूरे दो माह का समय होगा। अधिक मास की वजह से इस बार सावन 4 जुलाई से 31 अगस्त तक रहेगा।

जुलाई में बारिश की बूंदे मई-जून की तपती गर्मी से राहत दिलाती हैं। इस महीने का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। जुलाई महीने का आरंभ जहां आषाढ़ माह में हुआ है, वहीं इसका अंत सावन महीने के तहत होगा। धार्मिक दृष्टि से भी जुलाई के महीने का विशेष महत्व है। इस महीने में अनेक व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।

जुलाई में मौसम बहुत सुहावना हो जाता है और हरियाली प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगा देती है। सनातन धर्म में इस माह को विशेष स्थान प्राप्त है। इस माह में एक के बाद एक कई व्रत और त्यौहार आते हैं जैसे गुरु पूर्णिमा, कर्क संक्रांति, पद्मिनी एकादशी आदि। आषाढ़ महीने की समाप्ति 03 जुलाई को होनेके बाद सावन मास की शुरुआत हुईं है।

भगवान शिव के भक्तों को सावन के महीने का साल भर इंतजार रहता है। इस माह को देवों के देव महादेव का प्रिय माह माना गया है। शिव जी की आराधना के लिए सावन का महीना उत्तम माना गया है। मान्यताओं के अनुसार है कि जो भी भक्त सावन में नियमित रूप से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और सावन में पड़ने वाले हर सोमवार का व्रत करते हैं, उनकी हर मनोकामना पूरी होती है।

इस साल सावन का महीना कई मायनों से बेहद खास होने वाला है। इस बार आपके पास शिव जी को प्रसन्न करने के लिए पूरे दो माह का समय होगा। अधिक मास की वजह से इस बार सावन महीने की शुरुआत 04 जुलाई को होगी और समापन 31 अगस्त 2023 को होगा। भोलेशंकर के भक्त उन्हें पूरे 59 दिनों तक प्रसन्न करने के उपाय कर सकते हैं।

इस बार सावन में पड़ने वाले सावन सोमवार के व्रतों की संख्या 8 होगी और ऐसे में, भक्त शिवजी की कृपा प्राप्त करने के लिए 8 सावन सोमवार के व्रत रख सकेंगे। वैदिक पंचांग के अनुसार चंद्र वर्ष में 354 और सौर वर्ष में 365 दिन होते हैं। इन दोनों के बीच 11 दिनों का अंतर देखने को मिलता है और हर तीन साल के अंतराल पर पड़ने से यह अंतर 33 दिनों का हो जाता है।

इसी प्रकार, प्रत्येक तीसरे साल में 33 दिनों का अलग अतिरिक्त महीना बन जाता है जिसे अधिकमास कहा जाता है और इसकी वजह से ही वर्ष 2023 में सावन दो महीनों का हो रहा है।