हैदराबाद: कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे है। कल केरल में दिग्गज कांग्रेस नेता ऐ के एंटनी के पुत्र अनिल एंटनी के बाद आज आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी (Kiran Kumar Reddy) ने शुक्रवार को भाजपा का दामन थाम लिया। किरण कुमार रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के आखिरी मुख्यमंत्री रहे थे। किरण रेड्डी ने 12 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक लाइन का इस्तीफा भेजा था जिसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें थीं।
किरण रेड्डी के भाजपा में शामिल होने के बाद कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि किरण कुमार रेड्डी के परिवार के कई सदस्य कांग्रेस में थे। कुछ समय पहले जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने मुझे बताया कि वह पीएम मोदी से प्रभावित हैं। आज वे बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई को और मजबूत करेंगे। विधायक और मंत्री के रूप में उनकी छवि बहुत साफ रही है।
किरण कुमार ने 2014 में तत्कालीन यूपीए सरकार के आंध्र प्रदेश को विभाजित करने और तेलंगाना को अलग करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने अपनी पार्टी ‘जय समैक्य आंध्र’ बनाई थी और 2014 के चुनाव में कुछ प्रत्याशियों को मैदान में उतारा भी था। हालांकि, पूर्व सीएम 2018 में फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे।