नई दिल्ली: पटियाला की जेल से करीब साल भर के बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) आज शनिवार को रिहा हो गए। अब वे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से मुलाकात करेंगे। जेल से निकलने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अभी लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश की जा रही है, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। अगर आप पंजाब को कमजोर करने की कोशिश करोगे तो आप खुद कमजोर हो जाओगे।
उन्होंने कहा कि संविधान को मैं अपना ग्रंथ मानता हूं, तानाशाही हो रही है। जो संस्थाएं संविधान की ताकत थी वही संस्थाएं आज गुलाम बन गई हैं। मैं घबराता नहीं हूं, मैं मौत से डरता नहीं हूं, क्योंकि मैं जो करता हूं वो पंजाब की अगली पीढ़ी के लिए कर रहा हूं। सिद्धू ने आगे कहा कि मुझे दोपहर के आसपास रिहा किया जाना था, लेकिन उन्होंने इसमें देरी की। वे चाहते थे कि मीडिया के लोग चले जाएं। इस देश में जब भी कोई तानाशाही आई है तो एक क्रांति भी आई है और इस बार उस क्रांति का नाम है राहुल गांधी। वह सरकार को हिला देंगे।
इससे पहले पूर्व क्रिकेटर की रिहाई पर उनका भव्य स्वागत करने के लिए शनिवार को कांग्रेस के कई नेता और समर्थक जेल के बाहर एकत्र हुए और ‘नवजोत सिद्धू जिंदाबाद’ के नारे लगाए। सिद्धू को साल 1988 के रोड रेज मामले में एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष ने पटियाला की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। जिसके बाद उन्हें पिछले साल 20 मई को जेल भेज दिया गया था।
समय से पहले हुई रिहाई
पूर्व क्रिकेटर और राजनेता सिद्धू के वकील एच पी एस वर्मा ने शुक्रवार को बताया था कि कारावास के दौरान नवजोत सिद्धू के अच्छे आचरण के कारण उनकी रिहाई समय से पहले हो रही है, जैसा कि नियमों के तहत अनुमति है। नवजोत सिद्धू के परिवार को उनकी रिहाई के संबंध में पटियाला जेल के प्राधिकारियों से सूचना मिली थी।
कैंसर पीड़ित पत्नी ने किया था इमोश्नल पोस्ट
सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कैंसर के ऑपरेशन के लिए जाने से पहले शुक्रवार को दो इमोशनल पोस्ट किए थे. नवजोत कौर ने लिखा था कि उन्होंने सिद्धू को सबक सिखाने के लिए भगवान से मौत मांगी थी। पंजाब के लिए उनके पति के प्यार ने उन्हें किसी भी लगाव के दायरे से बाहर कर दिया था। उन्होंने आगे लिखा था कि आपका इंतजार किया, आपको बार-बार न्याय से वंचित होते हुए देखा। लेकिन सत्य इतना शक्तिशाली है कि बार-बार आपकी परीक्षा लेता है। मुझे माफ करना, आपका इंतजार नहीं कर सकती, क्योंकि यह कैंसर का दूसरी घातक स्टेज है। आज मैं सर्जरी के लिए जा रही हूं।