नई दिल्ली: नफरती बयानों अर्थात हेट स्पीच देने वालों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने जबरदस्त फटकार लगाई है। हेट स्पीच देने वाले लोगों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे लोग खुद को संयमित क्यों नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट ने आगे पूछा कि आखिर ये लोग क्यों किसी नागरिक या समुदाय को अपमानित करते हैं और ऐसा करना कब बंद करेंगे।
राजनीतिक भाषणों में धर्म का प्रयोग करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिस क्षण से देश के राजनेता धर्म को अलग रखकर राजनीति करना शुरू करेंगे, उसी क्षण से हेट स्पीच के मामले भी समाप्त हो जाएंगे।
सामाजिक तानाबाना बिखरा जा रहा: जोसफ
बता दें कि कुछ महीनों पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने हेट स्पीच के मामले पर तीखी टिप्पणी की थी। जस्टिस केएम जोसफ ने कहा था, “यह 21वीं सदी है। हम धर्म के नाम पर कहां आ पहुंचे हैं? हमें एक धर्मनिरपेक्ष और सहिष्णु समाज होना चाहिए, लेकिन आज घृणा का माहौल है। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा था कि सामाजिक तानाबाना बिखरा जा रहा है। हमने ईश्वर को कितना छोटा कर दिया है। उसके नाम पर विवाद हो रहे हैं।