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खड़गे की टिप्पणी पर संसद से सड़क तक घमासान, भाजपा आक्रामक

नई दिल्ली: संसद के लोकसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों ने तवांग मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया। इस दौरान सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी “आजादी की लड़ाई में आपके घर में देश के लिए कोई कुत्ता भी मरा क्या” […]

नई दिल्ली: संसद के लोकसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों ने तवांग मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया। इस दौरान सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी “आजादी की लड़ाई में आपके घर में देश के लिए कोई कुत्ता भी मरा क्या” को लेकर अक्रामक भाजपा ने भी संसद में खड़गे से माफी की मांग की है। जबकि खड़गे अपने बयान पर अड़े हुए हैं

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अलवर में सोमवार को खड़गे ने जिस भाषा का प्रयोग किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जिस तरह से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और निराधार बातें कही और देश के सामने झूठ पेश करने की कोशिश की, मैं उसकी निंदा करता हूं। मैं उनसे माफी की मांग करता हूं।

पीयूष गोयल ने कहा कि खड़गे को भाजपा, संसद और इस देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई। खड़गे ने अपनी मानसिकता और ईर्ष्या की एक झलक दिखाई है।

संसद के बाहर भी केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कांग्रेस इतने निचले स्तर पर गिर जाएगी, ये किसी ने नहीं सोचा था। आजादी की लड़ाई में पूरा देश बलिदान देने के लिए तैयार था। वे लोग किसी दल के रूप में काम नहीं कर रहे थे। वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजूजी ने कहा कि एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष इस तरह बोलेंगे जिसको सुनकर हम सबके बहुत खराब लगता है, इसकी निंदा करना भी मुझे उचित नहीं लगता। हम दुश्मन नहीं प्रतिद्वंदी हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने जिस गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है इसी वजह से राजनीतिक स्तर गिरता है।

भाजपा के विरोध के बावजूद खड़गे अपने बयान पर कायम हैं। खड़गे ने कहा कि मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था, भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। ये लोग ‘माफी मांगने वाले लोग’ हैं। खड़गे ने कहा कि अगर मैं वही दोहराऊंगा जो मैंने बाहर कहा था तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगी। माफी मांगने वाले लोग आजादी की लड़ाई लड़ने वाले लोगों से माफी मांग रहे हैं। मैंने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपना बलिदान दिया। आप में से किसने इस देश की एकता के लिए अपनी जान दे दी?

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राजस्थान के अलवर में विवादित बयान दिया था कि देश के लिए हमारे नेताओं ने तो कुर्बानी दी हैं, लेकिन आपके घर में देश के लिए कोई कुत्ता भी मरा क्या?उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार बाहर शेर की तरह बात करती है, अंदर से एक चूहे की तरह काम करती है।