प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सोमवार को हिंसक उपद्रव हो गया। एक छात्र नेता को गेट पर रोकने के बाद पुलिस और छात्रों में भिड़ंत हो गई। छात्रों ने पुलिस पर पथराव भी किए। आक्रोशित छात्रों ने कैंपस में खड़ी प्रोफेसर आदि की कई गाड़ियों को तोड़ दिया और कई गाड़ियों में आग भी लगा दी। घंटे भर में ही यूनिवर्सिटी कैंपस छावनी में बदल गई। मामला इस तरह से बेकाबू हो गया कि पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी। जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रों से बात करने की कोशिश की।भारी पुलिस फोर्स भी मौके पर तैनात है।
दरअसल, फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का विश्वविद्यालय कैंपस में 101 दिनों से धरना-प्रदर्शन चल रहा था। इससे छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच तनाव का माहौल बना हुआ था। रविवार को एक छात्र नेता ने विश्वविद्यालय में घुसने की कोशिश की तो गार्ड्स ने रोक दिया। इसे लेकर विवाद बढ़ा तो छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद गार्डों ने हालात को काबू में करने के लिए फायरिंग की, जिससे छात्र और ज्यादा भड़क गए।
गार्ड पर जानलेवा हमला करने का आरोप
बताया जाता है कि छात्र नेता विवेकानंद पाठक के कैंपस में घुसने को लेकर यह बवाल शुरू हुआ। इसे लेकर पाठक ने कहा है कि मेरा खाता यूनिवर्सिटी के एसबीआई ब्रांच में है। मैं केवाईसी के लिए आया था। मैंने गार्ड से ताला खोलने के लिए कहा तो उसने मेरे साथ बदतमीजी की। फिर वह अपने साथियों के साथ हथियारों से लैस होकर आया। मैं साथियों के साथ बैठा था तो मुझ पर हमला किया। फायरिंग भी की। मेरी जान बच गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के गार्ड प्रशासन की शह पर छात्रों की जान लेना चाहते हैं। वहीं गार्ड का कहना है कि छात्रनेता ने जबरन विश्वविद्यालय में घुसने की कोशिश की। रोकने पर कहासुनी हुई और बवाल हो गया। खबर के मुताबिक, छात्रों के साथ झड़प के बाद हालात पर काबू पाने के लिए गार्ड्स ने फायरिंग की। इसके बाद कैंपस में पुलिस बुला ली गई। पुलिस के आने के बाद छात्र और भड़क गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया।
लगातार एक घंटे से कैंपस में यह बवाल जारी है। बवाल को देखते हुए जिले के आला अधिकारी सुरक्षा उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों के साथ बात करने की कोशिश की लेकिन छात्र इसके लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। मौके पर जिलाधिकारी और कमिश्नर मौजूद हैं।