नई दिल्ली: चुनाव के बाद सामने आए एक्जिट पोल में गुजरात (Gujarat) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) राज्यों में भाजपा की बड़ी जीत की भविष्यवाणी की जा रही है। पार्टी आलाकमान अब कर्नाटक में मजबूत पकड़ बनाने के लिए ध्यान केंद्रित कर रहा है। कर्नाटक (Karnataka) भगवा पार्टी के लिए दक्षिण भारत का प्रवेशद्वार माना जाता है।
दरअसल, राज्य में चार महीने के भीतर विधानसभा चुनाव होने हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी आलाकमान चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी में तेजी से बदलाव कर सकता है।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल विस्तार सहित पार्टी के भीतर लंबे समय से लंबित मुद्दों पर बात होगी। पार्टी आलाकमान सभी चुनावों में मजबूत हिंदुत्व और विकास के नारे के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
पार्टी सूत्रों का दावा है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर जहां पार्टी ने एक पूर्व मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ नेताओं को टिकट नहीं दिया गया। कर्नाटक में भी इस पर विचार किया जा सकता है।