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Moosewala Murder Case: अजरबैजान में पकड़ा गया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भांजा सचिन

विदेश में बैठकर बिश्नोई गैंग चलाने वाला और गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई का भांजा सचिन बिश्नोई अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही जांच एजेंसी को उसकी तलाश थी।

नई दिल्लीः सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस (Moosewala Murder Case) में अब विदेशों में भी एक्शन शुरू हो गया है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन बिश्नोई को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है।सचिन बिश्नोई लॉरेंस की गैंग को बाहर से ऑपरेट करता है।

जांच एजेंसियों का दावा है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या में सचिन की भी भूमिका है। बिश्नोई गैंग के मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने की जानकारी सचिन बिश्नोई को भी थी।जांच एजेंसी सचिन को हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी बताती आई है।

जानकारी के मुताबिक सचिन के पास से फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किया गया है। सचिन अपना पूरा नाम सचिन थापन लिखता है, जबकि उसके पास से तिलक राज टूटेजा के नाम का पासपोर्ट बरामद किया गया है। सचिन के पिता का असली नाम शिव दत्त है, जबकि फर्जी पासपोर्ट में उसके पिता का नाम भीम सेन लिखा हुआ है।

इससे पहले पुलिस ने दावा किया था कि सचिन के कहने पर ही उसके दोस्त संदीप उर्फ केकड़ा ने सिद्धू मूसेवाला की रेकी की थी। घटना वाले दिन केकड़ा सिद्धू मूसेवाला का फैन बनकर उनके घर पहुंचा था।

बता दें कि इस घटना का मास्टरमांड कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ बताया गया था। गोल्डी जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का बेहद करीबी है। इन्होंने अपने दोस्त विक्की मिद्दूखेड़ा की मौत का बदला लेने के लिए ही मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम दिया था।

जानकारी के लिए बता दें कि बमबीहा और गोल्डी बराड़ गैंग के बीच लंबे समय से दुश्मनी चल रही है। दोनों ही गैंग के कई सदस्य इस गैंगवॉर की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं।