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भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत, पहली बार स्वदेशी गोला-बारूद का होगा इस्तेमाल

भारतीय नौसेना पहली बार एक निजी कंपनी के निर्मित 100 प्रतिशत स्वदेशी 30 मिमी हाई विस्फोटक बंदूक गोला बारूद का इस्तेमाल करेगी। नौसेना के अधिकारियों ने ये जानकारी दी है।

नई दिल्ली: इंडियन नेवी (Indian Navy) पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ गोला-बारूद (‘Made in India’ ammunition) का इस्तेमाल करेगी। भारतीय नौसेना पहली बार एक प्राइवेट कंपनी की तरफ से बनाए गए 100 प्रतिशत स्वदेशी 30 मिमी हाई विस्फोटक बंदूक गोला बारूद का इस्तेमाल करेगी। अधिकारियों ने ये जानकारी दी। भारतीय नौसेना ने युद्धपोतों पर लगे एके-630 तोपों के लिए अपना पहला 30 मिमी गोला बारूद हासिल किया।

भारतीय नौसेना की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड के सीएमडी सत्यनारायण नुवाल ने नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे को गोला-बारूद की पहली खेप सौंपी।इस मौके पर वाइस एडमिरल घोरमडे ने कहा कि ये देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है कि निजी उद्योग ने पूरी तरह से स्वदेशी गोला-बारूद विकसित किया है। ये 12 महीनों में किया गया है और सभी कंपोनेंट स्वदेशी हैं।

नौसेना ने कहा कि यह पहली बार है कि सेनाओं ने भारतीय निजी उद्योग को पूर्ण बंदूक गोला-बारूद की डिलीवरी का ऑर्डर दिया और इसे 12 महीने के रिकॉर्ड समय के भीतर सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

रक्षा अधिकारी ने कहा, “यह पहली बार है कि सेवाओं ने एक भारतीय निजी कंपनी के साथ पूर्ण बंदूक गोला बारूद की डिलीवरी के लिए एक आदेश दिया है, जिसे एक वर्ष के भीतर निष्पादित किया गया था। भारतीय नौसेना ने ड्राइंग, डिजाइन स्पेसिफिकेशन, निरीक्षण उपकरण, सबूत और गोला-बारूद के परीक्षण को अंतिम रूप देने के माध्यम से तकनीकी सहायता प्रदान की।”

सेना के अतिरिक्त जन सूचना महानिदेशालय ने ट्वीट किया, “#SwarmDrones को मशीनीकृत बलों में शामिल किया जा रहा है, जो बेहतरीन तकनीकों को अपनाते हुए भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने में भारतीय सेना को बढ़त प्रदान करेगा।