छत्तीसगढ़

गौठानों में महिला स्व सहायता समूह अंडा उत्पादन कर आंगनबाड़ियों में कर रही वितरण

नारायणपुर जिले के चार गोठानों में मल्टीएक्टीविटी गतिविधि के तहत महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा लेयर मुर्गी इकाईयों से अंडा उत्पादन कर आंगनबाड़ियों में इनका वितरण किया जा रहा है। जिले के चार गोठान कोचवाही, भाटपाल, एड़का और छोटेडोंगर में अंडा देने वाली मुर्गियों का पालन किया जा रहा है, जिसमें से कोचवाही और भाटपाल में अंडा उत्पादन प्रारंभ हो चुका है।

नारायणपुर: आंगनबाड़ियों में कर रही वितरण बच्चों एवं महिलाओं में कुपोषण एक चुनौतीपूर्ण समस्या के रूप में बस्तर अंचल में पसरा हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के दूरदृष्टि से कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के निर्देशानुसार नारायणपुर जिले में संचालित गोठानों में कुपोषण से लड़ाई का एक विशेष रुप देखने को मिल रहा है।

नारायणपुर जिले के चार गोठानों में मल्टीएक्टीविटी गतिविधि के तहत महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा लेयर मुर्गी इकाईयों से अंडा उत्पादन कर आंगनबाड़ियों में इनका वितरण किया जा रहा है। जिले के चार गोठान कोचवाही, भाटपाल, एड़का और छोटेडोंगर में अंडा देने वाली मुर्गियों का पालन किया जा रहा है, जिसमें से कोचवाही और भाटपाल में अंडा उत्पादन प्रारंभ हो चुका है।

भाटपाल में उत्पादित 750 अंडों को बेनूर सेक्टर के आंगनबाड़ियों में एवं कोचवाही सेक्टर के 1000 अंडों को बाकुलवाही सेक्टर के आंगनबाड़ियों में सी-मार्ट के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत देवेश कुमार ध्रुव द्वारा प्रतिदिन अंडा उत्पादन कार्यक्रम की रिर्पाेटिंग ली जाकर संबंधित अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं। भविष्य में इस कार्य को और विस्तार देने की योजना है, जिससे अधिक से अधिक आंगनबाड़ियों तक अंडा वितरण किया जा सके।