देख रहे हो बिनोद। अपना रणबीर फ़ोटो खिंचवा लिया। औ भैया क्या खिंचवाया है। मल्लब एकदम गर्दा उड़ाए दिए। उधर फोटो अपलोड हुईं इधर भूचाल आ गया। अच्छा पहिले तो सब पूरे चाव से देखे तब जाके नाक भौं सिकोड़े।
लेकिन भइया जिसने भी देखा बस देखता ही रह गया । वाकई फोटो तो एक से एक फाड़ू टाइप हैं । मजाल है कि बदन पर एक्को कपड़ा बचा हो । रणबीर भइया ये का हाल बना लिए हो अपना । मल्लब घाघरा, चोली, लहंगा तक तो फिर भी ठीक था । अब तो पूरे नंगइती पर उतर आये । लेकिन रणबीर भइया बहुतै सुलझे औ समझदार आदमी हैं । वो नोटिस किये कि लोगों को उनके कपड़ों से बड़ी आपत्तियां रहती हैं । बस एक दिन सनक गये । तब जाके ये फोटो शूट कराये । बोले न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी । लेकिन भइया ये लोग हैं औ लोगों का काम है कहना । सो लोगों से ये भी बर्दाश्त न हुआ । मल्लब हद है । कपड़े पहिनो तो दिक्कत न पहिनो तो दिक्कत । आखिर चाहते क्या हो ।
वइसे रणबीर भइया एक पिच्चर में खुद ही गा के बताए थे कि नँगा ही तो आया है क्या घण्टा लेकर जायेगा । बस सिरियसली ले लिए । फिर जो एक के बाद एक जो फोटो खिंचवाए है कि पूरे ब्रम्हांड का तापमान यकायक बढ़ गया । अच्छा कुछ समाज सुधारक टाइप के लोग जिनको इन फोटो पे बहुत बड़ी बड़ी आपत्तियां हो रही हैं । यकीन मानिए अगर कउनो हिरोइनी अईसा फोटोशूट कराये होती तो पहिले तो पूरे इत्मीनान से अपनी आँखें सेंकते । फिर चुप्पे से मोबाइल में कोने वाले फोल्डर में सेव कर लेते ।
रणबीर भइया बहुत समाज सेवा वाला काम किये हैं । आखिर लड़कियों को भी नयनसुख लेने का अधिकार है कि नहीं । औ ऐसा नहीं है कि रणबीर कउनो पहिले औ आखिरी आदमी हैं जो नँगे होके फोटो खिंचवाए हैं । यकीन न हो तो इन तस्वीरों पे नजर डाल लीजिये । औ देखिये मुंबई में हो रही है झमाझम बारिश । हो सकता है भइया का घाघरा न सूख पाया है । बाकी बैंक बैलेंस तो ठीक ठाक होना चाहिए ।
इधर इंदौर वाले नाराज हुई गये । बोले देश से मानसिक कचरा भी हटाना है । औ बाकायदे कपड़े भी दान कर दिए । कुछ लोग तो अईसा गुस्साये कि एफआइआर ही करा डाले । बताइये नेक काम की कउनो कदर ही नहीं है ।
इधर कुछ भिखारी अपने काउंटर में इनकी फोटो फ्रेम करवा के रखवा लिए हैं । सही है इससे इनको भी प्राउड वाली फीलिंग आ रही होगी ।
तो भैया, दीदी आपको आज की झक्क पसन्द आयी हो तो मुस्कुराइये । चलते हैं…