नई दिल्ली: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने नई सेना भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ (Agnipath) को लेकर मोदी सरकार के लिए और परेशानी बढ़ा दी है। उन्होंने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अग्निपथ योजना को वापस लेने का आग्रह किया। उनके शब्दों में, “अगर वे बिना पेंशन के सेवानिवृत्त हो गए तो अग्निवीर से शादी कौन करेगा।”
राज्यपाल ने कहा, “अग्निपथ योजना कभी भी देश के युवाओं के हित में नहीं है। इसके विपरीत इस योजना से सरकार और गांव के बीच दूरियां बढ़ेंगी।” संयोग से, यह पहली बार है जब किसी राज्य का राज्यपाल अग्निपथ योजना के खिलाफ सामने आया है।
हालांकि, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस भी भाजपा सरकार द्वारा लाए गए प्रोजेक्ट के खिलाफ सामने आ गई है। नीतीश कुमार की यूनाइटेड जनता दल ने भी ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ आवाज उठाई है।
14 जून को रक्षा मंत्रालय ने सेना में संविदा भर्ती के लिए ‘अग्निपथ’ परियोजना शुरू की थी। और फिर पूरे देश में अशांति की आग भड़क गई है। बिहार समेत देश के 14 राज्यों में हो रहे विरोध प्रदर्शन के कारण भीषण स्थिति पैदा हो गई है। विरोध प्रदर्शन में कई ट्रेनों और कारों को जला दिया गया। पुलिस फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी की जान चली गई।
(एजेंसी इनपुट के साथ)