नई दिल्लीः राष्ट्रपति चुनावों (Presidential Election) में विपक्ष समर्थित उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने के कदमों के बीच, राकांपा प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने चुपचाप उन्हें एक दावेदार के रूप में पेश करने के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। 81 वर्षीय पूर्व रक्षा मंत्री और सीएम ने सोमवार को राकांपा कैबिनेट सदस्यों की एक सभा में कहा, ‘‘मैं दौड़ में नहीं हूं, मैं राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी उम्मीदवार नहीं बनूंगा।’’
पवार का यह बयान महाराष्ट्र कांग्रेस द्वारा उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने के एक दिन बाद आया है। आप के संजय सिंह ने भी रविवार को उनसे मुलाकात की थी। राकांपा के एक नेता ने कहा कि पवार इस मुद्दे पर एकता सुनिश्चित करने के लिए विपक्षी दलों के बीच बातचीत का मौका देंगे। एनसीपी के एक सूत्र ने कहा कि कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद एक सही विकल्प हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आम धारणा यह थी कि विपक्ष पर्याप्त संख्या में कमी के बावजूद आम सहमति वाला उम्मीदवार खड़ा करेगा। लोकसभा में अकेले भाजपा के 300 सदस्य हैं, जो एक बड़ी संख्या है।’’ राज्य विधानसभाओं में इसकी ताकत इसके दबदबे में इजाफा करती है। हालांकि, एनडीए कुछ हद तक आधे रास्ते पर है और उम्मीद है कि जगन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजेडी के समर्थन पर बैंक होगा।
राकांपा के एक नेता ने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस और बीजद के बीच 7-8 प्रतिशत वोट हैं, लेकिन उनके या तो तटस्थ रहने या एनडीए उम्मीदवार को वोट देने की उम्मीद है। एनडीए के पास राम नाथ कोविंद को फिर से उम्मीदवार बनाने, वेंकैया नायडु को मैदान में उतारने या सरप्राइज पिक का विकल्प चुनने का विकल्प है।
पवार और प्रफुल्ल पटेल राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष को रैली करने के लिए 15 जून को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेंगे। उन्होंने कहा, श्अगर जरूरत पड़ी तो पवार बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ एक शक्तिशाली उम्मीदवार खड़ा करने के बनर्जी के प्रयासों को मजबूत करेंगे। वह प्रमुख विपक्षी दलों के साथ तालमेल बिठाना चाहेंगे ताकि भाजपा के लिए राह आसान न हो।
राकांपा के एक सूत्र के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद विपक्षी उम्मीदवार के रूप में एक सही विकल्प हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन अगर वह एक दावेदार के रूप में उभरे तो हमें आश्चर्य नहीं होगा।’’
मुंबई में पवार के आवास पर हुई बैठक में नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य प्रफुल पटेल, पवार की बेटी सुप्रिया सुले, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राज्य राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल और सांसद सुनील तटकरे ने भाग लिया। संक्षिप्त बैठक में पवार ने शिवसेना प्रत्याशी संजय पवार की हार और 20 जून को होने वाले विधान परिषद चुनाव की तैयारियों के बाद मौजूदा राजनीतिक स्थिति की समीक्षा की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने रविवार को कहा था कि कांग्रेस शरद पवार की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी। पटोले ने कहा, ‘‘अगर शरद पवार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए चुनाव लड़ रहे हैं तो हमें उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने में खुशी होगी।’’
(एजेंसी इनपुट के साथ)