लखनऊः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में बीते दिनों हुई हिंसा के मामले में कार्रवाई जारी है। पुलिस ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए 95 नामजद व 5000 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, हिंसा मामले में वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश महासचिव जावेद अहमद उर्फ जावेद पंप को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इधर, हिंसा के बाद पुलिस कार्रवाई के साथ ही रविवार को प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDS) ने इनके खिलाफ कार्रवाई की है। उनके आलीशान घर को पीडीएस ने तोड़ा है। उक्त कार्रवाई अवैध निर्माण के आरोप में की गई है। कार्रवाई से पहले पीडीएस की ओर से जावेद के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया गया था।
बिना अनुमति के हुआ निर्माण
प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा चिपकाए गए नोटिस में कहा गया है कि विकास प्राधिकरण से अपेक्षित अनुमति लिए बिना भूतल और पहली मंजिल में अवैध रूप से निर्माण किया गया है।
इसके लिए 1973 एक्ट की धारा 27(1) के तहत आपको कारण बताओ नोटिस दिया गया और सुनवाई की तारीख 24 मई रखी गई। लेकिन इस दौरान न तो आप खुद आए और न ही आपकी तरफ से कोई सुनवाई की तारीख पर आया। इसलिए 25 मई को इनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश पारित किया गया था।
पीडीएस के नोटिस में कहा गया है, ‘‘इस संबंध में 9 जून तक उक्त स्थल को गिराकर खुद को सूचित करने के लिए एक नोटिस जारी कर आप पर चिपका दिया गया था। लेकिन आपने वह काम नहीं किया. इसलिए 12 जून को सुबह 11 बजे। जब तक उक्त स्थल को खाली नहीं कर दिया जाता है, ताकि गिराने की कार्रवाई की जा सके।’’
नोटिस के बावजूद परिवार के सदस्यों ने घर खाली नहीं किया
गौरतलब है कि नोटिस चस्पा करने के बाद भी परिजनों ने मकान खाली नहीं किया। न ही शनिवार सुबह से घर का कोई सदस्य बाहर नहीं निकला। ऐसे में पीडीएस की टीम भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और लोगों को घर से निकालकर तोड़फोड़ की कार्रवाई की।
इस दौरान महिला पुलिस बल को भी इस संबंध में तैनात किया गया ताकि कानून-व्यवस्था की कोई स्थिति उत्पन्न न हो। पहले घर को एक बुलडोजर (bulldozer) से तोड़ा जा रहा था। बाद में काम को तेजी से करने के लिए एक और बुलडोजर बुलाया गया।