शकूराबाद अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनों ने वट-सावित्री पूजा में बड़े ही उत्साह के साथ भाग लिया। रघुनाथगंज सूर्य मंदिर के पास स्थित पुराने बरगद के पेड़ के पास हजारों सुहागिनें इकट्ठा हुई। सुहागिनों ने बट वृक्ष में कच्चा सूत लपेटकर अपने अपने पति की लंबी उम्र की कामना की और वृक्ष की पूजा की।
रघुनाथ मंदिर की ओर से सुहागिनों को कथा सुनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। कथावाचकों कृष्णा पांडे ,नागेंद्र ओझा ,फोटोस पांडे ,विष्णु देव पांडे ने विस्तार से सभी को पतिव्रता नारी सावित्री और सत्यवान की ऐतिहासिक कथा सुनाते हुए कहा कि महिलाओं की साधना में बड़ी ताकत होती है।
जिस तरह सावित्री ने सेवा भाव समर्पण, चतुराई और दृढ़ संकल्प के आधार पर यमदेव से न सिर्फ अपने सास-ससुर की नेत्र ज्योति और साम्राज्य वापस प्राप्त किया बल्कि अपने पति के प्राणों की रक्षा भी की उसी तरह महिलाएं यदि पूरी समझदारी और समर्पण से काम करें तो अपने घर को स्वास्थ्य एवं धन-धान्य से परिपूर्ण करते हुए अपने पति सहित परिवार के सभी लोगों के जीवन को लंबा बना सकती हैं।
वट सावित्री पूजा के उपलक्ष्य में रघुनाथ सूर्य मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार ने बताया कि रघुनाथगंज का वट वृक्ष इलाके का सबसे पुराना वृक्ष है।
वट सावित्री पूजा के लिए पूरे इलाके की महिलाएं इसी वटवृक्ष की छाया में जमा होती हैं और वट वृक्ष की पूजा करते हुए सत्यवान तथा सावित्री की कथा सुनती हैं। वट सावित्री पूजा को लेकर नवविवाहित महिलाओं में विशेष उत्साह देखने को मिला।
सुषमा देवी, कुसुम देवी, ज्योति देवी, चंपा देवी, तनुजा देवी, गौरी शर्मा सहित अनेक नवविवाहित महिलाओं ने वट सावित्री पूजा में भाग लिया और अपने पति की लंबी आयु की कामना की। व्रत धारियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में राजेश्वर प्रसाद, मंटू कुमार, उदय प्रसाद, गिरानी प्रसाद, बिट्टू कुमार, धीरज कुमार, सिद्धनाथ प्रसाद, महेश प्रसाद, सोनू कुमार, गौतम कुमार, दीपक कुमार, मुकेश, राकेश आदि की मुख्य भूमिका रही।