नई दिल्ली: राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है। जिसके अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस के स्टार प्रचारक और तेज-तर्रार नेता आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस तरह उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका दे दिया है। सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में आज ही वह पार्टी की सदस्यता लेंगे।
खास बात यह है कि एक दिन पहले ही कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की अपनी लिस्ट जारी की है उसमें आरपीएन सिंह का भी नाम है। पडरौना राजघराने से आने वाले आरपीएन के जरिए भाजपा एक तीर से दो निशाना साधने जा रही है। भाजपा उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ पडरौना से उतार सकती है। हालांकि, स्वामी प्रसाद के टिकट का अभी ऐलान नहीं हुआ है।
बता दें कि आरपीएन सिंह कुशीनगर के पडरौना निवासी हैं। वह 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। वह यूपीए सरकार में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।
सिंधिया ने पाला बदलवाया
आरपीएन सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की टीम का अहम चेहरा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद, सचिन पायलट और आरपीएन सिंह को कभी राहुल के सबसे करीब बताया जाता है। भाजपा सिंधिया और जितिन प्रसाद को पहले ही अपने पाले में ला चुकी है। माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह के पाला बदलने में भी सिंधिया का अहम हाथ है।
आरपीएन के भय से स्वामी मौर्य बदल सकते हैं सीट
आरपीएन सिंह पडरौना राजघराने से आते हैं और कुशीनगर के आसपास इस राजघराने की पकड़ बेहद मजबूत है। पडरौना सीट भी कुशीनगर जिले में ही है, जहां से स्वामी प्रसाद मौर्य लड़ते रहे हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर लड़े स्वामी प्रसाद मौर्य को आरपीएन सिंह ने मात दी थी। हाल ही में भाजपा छोड़कर सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य के सीट का ऐलान नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है कि स्वामी को इस बात की खबर है कि आरपीएन भाजपा में जा सकते हैं और पार्टी उन्हें पडरौना से चुनाव भी लड़वा सकती है। इसी कारण वह सपा नेतृत्व से अपनी सीट बदलने की मांग कर रहे हैं।