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SAvsIND: क्या टीम इंडिया केपटाउन में भेद पाएगी दक्षिण अफ्रीका का अभेद्द किला

नई दिल्लीः टीम इंडिया (Team India) पहले दो वनडे हारने के बाद क्लीन स्वीप से बचने के लिए केपटाउन (Capetown) में अपनी बची-खुची साख बचाने के लिए उतरना है। तीसरा वनडे (Third Oneday) रविवार 23 जनवरी को केपटाउन में खेला जा रहा है। भारत (India) ने टॉस जीतकर पहले फिल्डिंग का फैसला किया है। टीम […]

नई दिल्लीः टीम इंडिया (Team India) पहले दो वनडे हारने के बाद क्लीन स्वीप से बचने के लिए केपटाउन (Capetown) में अपनी बची-खुची साख बचाने के लिए उतरना है। तीसरा वनडे (Third Oneday) रविवार 23 जनवरी को केपटाउन में खेला जा रहा है। भारत (India) ने टॉस जीतकर पहले फिल्डिंग का फैसला किया है। टीम इंडिया को साल 2022 में अपनी पहली जीत का इंतजार है। टीम इस साल अब तक अपने सभी अंतरराष्ट्रीय मैच हार चुकी है। वहीं टीम इंडिया पर लगातार जीत से दक्षिण अफ्रीका (South Africa) की युवा टीम का हौसला काफी ऊंचा होगा। टेस्ट सीरीज में भारत को बुरी तरह से हराने के बाद साउथ अफ्रीका की युवा टीम ने वनडे सीरीज पर भी कब्जा जमा लिया है।

इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका का रिकार्ड
दक्षिण अफ्रीका भी केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में अपने रिकॉर्ड के कारण तीसरे एकदिवसीय मैच में जोश के साथ मैदान में उतरेगी। साउथ अफ्रीका की नजर टीम इंडिया के क्लीन स्वीप पर होगी। सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के गौरव को तोड़ने के बाद टीम इंडिया टेस्ट और पहले दो वनडे दोनों में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ संघर्ष करती नजर आई है। इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली है। केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका का जीत प्रतिशत 83.78 है। दक्षिण अफ्रीका ने केपटाउन में 37 मैच खेले हैं और 31 में जीत हासिल की है। मात्र 6 मैचों में ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।

इस मैदान पर भारत का रिकार्ड
दक्षिण अफ्रीका ने 2018 में इसी मैदान पर भारत के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मैच गंवाया था। भारतीय टीम ने 2011 और 2018 में इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत हासिल की है। टीम इंडिया ने इस मैदान पर 5 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें से भारत को 3 में जीत और 2 में हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को इस मैदान पर दो बार हराया है।

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका सीरीज में पहले से ही 2-0 से आगे चल रहा है और साथ ही इस मैदान पर उसका शानदार रिकॉर्ड निश्चित रूप से टीम इंडिया के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है। हालांकि टीम इंडिया ने 2011 और 2018 में जीत हासिल की है, लेकिन पहले दो मैचों में हारने के बाद इस मैच में टीम इंडिया का मनोबल काफी नीचे होगा।