नई दिल्लीः अस्सी घाट (Asi Ghat) समेत वाराणसी (Varanasi) के कई घाटों पर विवादित पोस्टर गुरुवार को सामने आए, जिसमें कहा गया कि घाटों पर गैर हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है। पोस्टरों पर ’विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) और बजरंग दल काशी’ (Bajrang Dal Kashi) के नाम हैं।
पोस्टर में लिखा है, ’गंगा, वाराणसी के घाट और यहां के मंदिर सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और हमारी आस्था के केंद्र के प्रतीक हैं। सनातन धर्म का पालन करने वालों का घाटों पर स्वागत है। ये पिकनिक स्पॉट नहीं हैं’।
“यह अनुरोध नहीं है, चेतावनी है।” बजरंग दल के वाराणसी संयोजक निखिल त्रिपाठी रुद्र ने कहा और स्वीकार किया कि पोस्टर उनके द्वारा लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि अगर लोग घाटों को पिकनिक स्थल के रूप में इस्तेमाल करना बंद नहीं करते हैं तो बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता राकेश रंजन त्रिपाठी ने पोस्टरों के बारे में कोई जानकारी नहीं व्यक्त की और कहा कि हर कोई घाटों पर जाने के लिए स्वतंत्र है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता लल्लू यादव ने उन भावनाओं को प्रतिध्वनित किया और कहा कि यह वाराणसी की गंगा-जमुनी तहजीब के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “घाट एक सार्वजनिक स्थान है और कोई भी वहां जाकर बैठ सकता है।“
पोस्टरों की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें विभिन्न घाटों से हटा दिया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)