धर्म-कर्म

देवी लक्ष्मी के पिता महर्षि भृगु व दो भाई हैं, जानें कई रहस्य

पुराणों में देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति के बारे में कई सारी अलग अलग बातें लिखी गई है। देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति को लेकर विरोधाभास तो है लेकिन देवी लक्ष्मी को सभी धन की देवी मानते हैं। एक मान्यता के अनुसार देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से हुई, तो शास्त्रों में लिखा […]

पुराणों में देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति के बारे में कई सारी अलग अलग बातें लिखी गई है। देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति को लेकर विरोधाभास तो है लेकिन देवी लक्ष्मी को सभी धन की देवी मानते हैं। एक मान्यता के अनुसार देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से हुई, तो शास्त्रों में लिखा गया है कि देवी लक्ष्मी भृगु ऋषि की बेटी हैं।
शास्त्रो में देवी लक्ष्मीजी की अभिव्यक्ति को दो रूपों में देखा जाता है जिनमें एक श्रीरूप और दूसरा लक्ष्मी रूप। श्रीरूप में देवी लक्ष्मी कमल पर विराजमान होती हैं। तो वहीं लक्ष्मी रूप में वे भगवान विष्णु के साथ हैं।
देवी लक्ष्मी के जुड़ी एक अन्य मान्यता के अनुसार देवी लक्ष्मी के दो रूप हैं- भूदेवी और श्रीदेवी। भूदेवी जो वास्तव में धरती की देवी हैं और श्रीदेवी जिसे स्वर्ग की देवी माना जाता है।
धन की देवी
देवी लक्ष्मी का घनिष्ठ संबंध इन्द्र तथा कुबेर से माना गया है। इन्द्र स्वर्ग के राजा हैं तो कुबेर धन के देवता हैं। देवी लक्ष्मी ही इन्द्र तथा कुबेर को इस प्रकार का वैभव, राजसी सत्ता प्रदान करती हैं।
समुद्र मंथन की लक्ष्मी
समुद्र मंथन से समय समुद्र से निकली देवी लक्ष्मी हाथ में स्वर्ण से भरा कलश लेकर निकली। जिस कलश से वे धन की वर्षा करती रहती हैं। इनका वाहन सफेद हाथी है।
विष्णुप्रिया लक्ष्मी
भगवान विष्णु का प्रिय लक्ष्मी ऋषि भृगु की पुत्री देवी लक्ष्मी थीं। म‍हर्षि भृगु विष्णु के ससुर और शिव के साढू यानि राजा दक्ष के भाई थे। देवी लक्ष्मी के दो भाई दाता और विधाता थे।

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