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जोनाई में सुहागिन महिलाओं ने हरतालिका तीज व्रत किया

जोनाईः असम के धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के विभिन्न भागों में भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन मनाई जाने वाली हरतालिका तीज में आज हिंदू महिलाओं ने निर्जला व्रत का पालन किया। इस व्रत में सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती कि पूजा अर्चना करती हैं। सुहागिन महिलाएं […]

जोनाईः असम के धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के विभिन्न भागों में भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन मनाई जाने वाली हरतालिका तीज में आज हिंदू महिलाओं ने निर्जला व्रत का पालन किया। इस व्रत में सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती कि पूजा अर्चना करती हैं। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। ये व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है। 

हरतालिका तीज व्रत हिन्दू धर्म में सुहागिन महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला अत्यंत कठिन और अति शुभ फलदायी व्रत माना गया है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस बार हरतालिका तीज पर रवियोग 14 वर्ष बाद चित्रा नक्षत्र के कारण बन रहा है। जो 9 सितंबर दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से अगले दिन 10 सितंबर 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। हरतालिका तीज अति शुभ समय शाम 5 बजकर 16 मिनट से शाम को 6 बजकर 45 मिनट तक। वहीं शुभ समय 6 बजकर 45 मिनट से 8 बजकर 12 मिनट तक है। हरतालिका व्रत की पूजा के समय रवियोग रहेगा। 

हरतालिका तीज पर मुरकंगसेलेक डांगरिया बाबा मंदिर के पुरोहित पंडित संजीव उपाध्याय ने बताया कि इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। ये व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है। इस दिन महिलाएं विधिपूर्वक पूर्व अथवा उत्तर दिशा की और मुख करके मां पार्वती और भगवान शिव का पूजन करें। वहीं इस बार हरतालिका तीज गुरुवार के दिन पड़ने के कारण भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी।

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