नई दिल्लीः ‘वर्ल्ड लॉयन डे’ (World Lion Day) हर साल 10 अगस्त को शेरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके संरक्षण के लिए समर्थन जुटाने के लिए मनाया जाता है। वर्ल्ड वाइड फंड फॉर एनिमल्स (WWF) के अनुसार, भले ही शेर को अक्सर ‘जंगल का राजा’ कहा जाता है, पर वास्तव में वह केवल घास के मैदानों में रहता है। उसका कारण है कि उसे वहां पर शिकार आसानी से मिल जाता है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व शेर दिवस पर उन सभी लोगों को बधाई दी है, जिनमें शेरों के संरक्षण के लिये जुनून है।
अपने कई ट्वीटों में प्रधानमंत्री ने कहा, “शेर राजसी ठाठ-बाट वाला और साहसी होता है। भारत को एशियाई शेरों का घर होने पर गर्व है। विश्व शेर दिवस पर, मैं शेर संरक्षण के प्रति सभी उत्साही लोगों को बधाई देता हूं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेरों की तादाद में लगातार वृद्धि हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मुझे गिर के शेरों के प्राकृतिक वास और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये काम करने का अवसर मिला था। इसके लिये कई पहलें की गई थीं, जिनमें स्थानीय समुदायों को भी शामिल किया गया था। शेरों के प्राकृतिक वास की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये दुनिया भर में अपनाये जाने वाले बेहतरीन तरीकों को इस्तेमाल किया गया। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिला।”
भले ही शेर हमेशा जंगल के राजा हो, लेकिन विशेष रूप से उन्हें समर्पित दिन शक्तिशाली एशियाई बिल्लियों के लिए जश्न मनाना अच्छा लगता है। अपने सुनहरे फर और बहते अयाल के साथ जंगल के सबसे डरावने जानवरों में से एक के रूप में जाने जाने वाले शेर भी देखने में शानदार हैं। कल्पना कीजिए कि आप एक जंगल सफारी पर हैं और जंगल का राजा आपकी जीप के ठीक सामने आपसे मिलने आता है। अद्भुत, है ना?
Comment here
You must be logged in to post a comment.