उत्तर प्रदेश

एंबुलेंस कर्मियों की मनमानी रोकने के लिए 60 जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू

लखनऊः उत्तर प्रदेश में चल रही एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल से कई जिलों में मरीज परेशान हैं। लगभग 15 जिलों में एंबुलेंस सेवाएं प्रभावित रहीं। एंबुलेंसकर्मियों के काम पर नहीं लौटने से कंपनी ने नए सिरे से स्टाफ की भर्ती शुरू कर दी है। करीब 60 जिलों में ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की भर्ती की […]

लखनऊः उत्तर प्रदेश में चल रही एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल से कई जिलों में मरीज परेशान हैं। लगभग 15 जिलों में एंबुलेंस सेवाएं प्रभावित रहीं। एंबुलेंसकर्मियों के काम पर नहीं लौटने से कंपनी ने नए सिरे से स्टाफ की भर्ती शुरू कर दी है। करीब 60 जिलों में ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की भर्ती की जा रही है।

प्रदेश में 108 और 102 एंबुलेंस जीवीके संचालित करती है, जबकि वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस (एएलएस) के संचालन की जिम्मेदारी जिगित्सा कंपनी को दी गई है। सप्ताहभर पहले नई कंपनी में हो रही भर्ती में मनमानी का आरोप लगाते हुए सभी एंबुलेंसकर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी। जिससे लगभग 15 जिलों के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कंपनी ने बातचीत से समस्या हल करने का प्रयास किया, लेकिन एंबुलेंस कर्मी नहीं माने और हड़ताल करने पर अड़े रहे। कंपनी ने अब तक करीब 700 कर्मियों को बर्खास्त किया गया है। इसके बाद भी कर्मचारी काम पर नहीं लौटे। ऐसे में जीवीके ने 60 जिलों में नए सिरे से भर्ती शुरू कर दी है। भर्ती दो अगस्त तक चलेगी।

दो से तीन जिलों के अभ्यर्थियों को एक जिले में बुलाया गया है। लखनऊ पुलिस लाइन में चल रही भर्ती में राजधानी के साथ ही सीतापुर और उन्नाव के अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। अंबेडकर नगर, अयोध्या, बाराबंकी और अमेठी के अभ्यर्थियों को आरडी इंटर कॉलेज अयोध्या बुलाया गया है। 

उम्मीद की जा रही है कि नई भर्ती के बाद प्रदेश में एंबुलेंस सेवाएं फिर से बहाल हो पायेंगी।

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