छत्तीसगढ़

प्रिमैच्योर कोविड पाजिटिव बेबी अब पूरी तरह स्वस्थ, जिला अस्पताल दुर्ग के एसएनसीयू में हुआ इलाज

रायपुर: जिला अस्पताल दुर्ग के एसएनसीयू में एक नवजात शिशु को 15 दिन आक्सीजन सपोर्ट में रखकर पूरी तरह ठीक कर लिया गया है। यह बच्चा प्रिमैच्योर हुआ था और जब 29 दिन का था तब इसे सर्दी बुखार की समस्या आई। माँ और बच्चे दोनों का टेस्ट कराया गया। दोनों पाजिटिव आये। माँ को […]

रायपुर: जिला अस्पताल दुर्ग के एसएनसीयू में एक नवजात शिशु को 15 दिन आक्सीजन सपोर्ट में रखकर पूरी तरह ठीक कर लिया गया है। यह बच्चा प्रिमैच्योर हुआ था और जब 29 दिन का था तब इसे सर्दी बुखार की समस्या आई। माँ और बच्चे दोनों का टेस्ट कराया गया। दोनों पाजिटिव आये। माँ को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया। बच्चे को एसएनसीयू में भेजा गया। बच्चे के लिए एक बेड पृथक रूप से आइसोलेट किया गया। बच्चे  को आक्सीजन सपोर्ट दिया गया। जब माँ निगेटिव आ गई तो माँ को बच्चे की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद माँ का दूध पीने से बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो गया है। अब इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। 

इससे पहले भी शिशु रोग विभाग में कोविड पाजिटिव तीन बच्चों का इलाज शिशु रोग विभाग प्रमुख डॉ. आरके मल्होत्रा व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमन्त साहू, डॉ. सीमा जैन,  डॉ. समित प्रसाद, व एसएनसीयू से शिुशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकुर तिवारी, मेडिकल आफिसर डॉ. क्षितिज सिंह ठाकुर, डॉ. मनीष यादव व एसएनसीयू विभाग के नर्सिग स्टाफ द्वारा किया गया है।

एसएनसीयू दुर्ग इंचार्ज एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके मल्होत्रा ने बताया कि एसएनसीयू में माह मार्च व अप्रैल में 15 कोविड पाजिटिव माताओं के बच्चों का ईलाज किया गया है। जन्म के समय यदि बच्चे की माँ कोरोना पाजिटिव है तो बच्चे की भी कोविड जांच करवायी जाती है। माँ व घर के सभी सदस्यों को मास्क लगाने व कोविड से बचने के सभी नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। इस समय शिशु रोग ओपीडी में कुछ बच्चे कोरोना पाजिटिव मिल रहे है, जिन्हें समान्य सर्दी-खांसी, बुखार,  कमजोरी, सुस्ती की शिकायत होती है। इन बच्चों को घर पर रहने, समय पर दवा देने, अधिक तरल पदार्थ लेने व बीमारी के गंभीर लक्षण की पहचान की जानकारी के साथ इलाज किया जा रहा है। दो-तीन दिनों में सुधार नही आने पर पुनः परीक्षण हेतु आने की सलाह दी जाती है।

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