कोरबाः जिले में लगातार बारिश होने से शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सांप निकलने की जानकारी मिलती रहती है। साथ ही शहरी क्षेत्र से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों से सर्प दंश की घटनाएं देखने को मिलती रहती हैं। उसका कारण ज्यादा तर जमीन में सोने की वजह से होता हैं साथ हीं अंधविश्वास भी एक बडा कारण है। गोढ़ी से लगे करूमहुहा गांव में बाबूलाल खुटे के घर बीती रात उस समय हड़कंप मच गया जब उनके घर के अंदर एक सांप दिखाई दिया। डरे सहमे लोग सांप को देखते ही भाग खड़े हुए।
बिना देरी किए उन्होंने स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख (वन विभाग सदस्य) जितेंद्र सारथी को इसकी सूचना दी। जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने बिना देरी किए अपने टीम के सदस्य पवन को रेस्क्यू के लिए रावना किया। पवन ने घटनास्थल पर पहुंचकर सांप को सुरक्षित रेस्क्यू किया। सांप के पकड़ जाने के बाद ही घरवालों ने राहत की सांस ली।
जितेंद्र सारथी ने बताया यह बहुत कम दिखने वाला सांप हैं जिसका नाम ‘कॉमन कैट स्नेक’ हैं। ये सांप ज्यादा जहरीले नहीं होते बल्कि हल्के जहरीले होते हैं। ये सांप ज्यादातर जंगल में ही रहते हैं। ये शायद भटककर घर की तरफ आ गया होगा। ग्रामीणों ने बताया कि इस सांप को गांववाले बहुत जहरीला मानते हैं और देखते ही मार देते हैं। इसलिए ये सांप बहुत बडी तादाद में मारे जा चुके हैं।
जानकारी के अभाव में लोग अक्सर इस सांप को मार देते हैं जो हमारे लिए बहुत दुख का विषय है। उन्होंने गांववालों को समझाया कि आगे से अगर सांप दिखाई दे तो इसे मारें नहीं बल्कि हम से संपर्क करें। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल गोढ़ी में दो लोग सर्पदंश का शिकार हुए थे, जिनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब कहीं जाकर जान बच सकी थी।
जितेंद्र सारथी ने सभी से अनुरोध किया सांपो को न मारें। हम दिन-रात मेहनत सांप को बचाने के लिए करते हैं, सांप को मारने की सूचना हमे तकलीफ देती है। इसलिए सांपों को न मारें और तत्काल हमें सूचना दें।
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