दिल्ली/एन.सी.आर.

26 जनवरी हिंसा का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू गिरफ्तार, 7 दिन की पुलिस रिमांड पर

नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन हिंसा फैलाने वाले पंजाबी अभिनेता से एक्टिविस्ट बने दीप सिद्धू (Deep Sidhu) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Special Cell) ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया। बाद में उसे शाम को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। दीप सिद्धू को क्राइम ब्रांच ने मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट […]

नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन हिंसा फैलाने वाले पंजाबी अभिनेता से एक्टिविस्ट बने दीप सिद्धू (Deep Sidhu) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Special Cell) ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया। बाद में उसे शाम को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। दीप सिद्धू को क्राइम ब्रांच ने मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट प्रज्ञा गुप्ता की कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने दीप सिद्ध के लिए 10 दिनों की रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि आप पहले 7 दिन पूछताछ करें इसके बाद रिमांड बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। 

पुलिस ने कहा कि सिद्धू ने 2019 के चुनावों में बीजेपी के सनी देओल के लिए प्रचार किया था, जो ट्रेक्टर रैली और हिंसा के दौरान भीड़ को उकसा रहा था। पिछले हफ्ते, दिल्ली पुलिस ने सिद्धू और उनके दो सहयोगियों की जानकारी के लिए प्रत्येक पर 1 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी।

पुलिस ने कहा कि आरोपी की तलाश के लिए पंजाब और दिल्ली में कई छापे मारे गए। अब तक, गणतंत्र दिवस पर हिंसा के संबंध में 44 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 127 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के बाद, लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने वाले प्रदर्शनकारियों पर जनता का भारी आक्रोश था। इस घटना के दौरान मौजूद सिद्धू ने अपनी कार्रवाई का बचाव करने की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया और एक प्रतीकात्मक विरोध के रूप में ‘निशान साहिब का झंडा लगाया। 

दीप सिद्धू 2 सप्ताह से भी ज्यादा समय से फरार चल रहा था। इस बीच उसने अपने फेसबुक पेज पर दो वीडियो अपलोड किए, जिसमें दावा किया गया कि लोगों ने ‘अपने दम पर’ 26 जनवरी को दिल्ली की सभी सीमाओं से लाल किले की ओर मार्च किया। उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों ने किसान नेताओं द्वारा तय किए गए मार्ग को नहीं लिया है। इस वीडियो में उसने अपने को निर्दोष बताया।

गौरतलब है कि दीप सिद्धू ने कुछ दिन पहले ही फेसबुक लाइव के जरिए किसान नेताओं को खुली चेतावनी दी थी। खुद को गद्दार कहे जाने से नाराज सिद्धू ने किसान नेताओं को धमकी दी थी कि अगर उसने अपना मुंह खोला और किसान आंदोलन की अंदर की बातें खोलनी शुरू की तो इन नेताओं को भागने का रास्ता भी नहीं मिलेगा।

आपको बता दें कि 26 जनवरी को उपद्रवियों की भीड़ ने लाल किले पर पहुंचकर भयंकर उत्पात मचाया और अपना धार्मिक झंडा फहरा दिया था। प्राचीर पर निशान साहिब फहराए जाने की घटना की पूरे देश में आलोचना हुई थी। किसान संगठनों ने खुद को इस घटना से अलग करते हुए दीप सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया था। इस घटना में कई पुलिसकर्मी भी धायल हुए थे। 

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