राष्ट्रीय

Chakka Jam: दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी को छोड़कर पूरे देश में ‘चक्का जाम’

नई दिल्लीः केन्द्र द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद अब किसानों ने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है। किसान संगठनों ने शनिवार को तीन घंटे के लिए […]

नई दिल्लीः केन्द्र द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद अब किसानों ने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है। किसान संगठनों ने शनिवार को तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम करने की घोषणा की है। कांग्रेस सहित लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने इसे अपना समर्थन दिया है। चक्का जाम तीन घंटे का होगा और देशभर में रात 12 से 3 बजे के बीच किया जाएगा।

चक्काजाम के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राजधानी में लगभग 50 हजार सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। वहीं ड्रोन से सीमाओं पर नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर पुलिस की एक टीम नजर बनाए हुए है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी को रिजर्व में रखा गया है। दिल्ली मेट्रो ने एहतियातन आठ स्टेशनों पर आवाजाही को बंद कर दिया है। हालांकि किसानों का कहना है कि चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम किया जाएगा। किसान शांतिपूर्ण तरीके से देश के अन्य हिस्सों में तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों पर चक्का जाम करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कोई भी सड़क अवरुद्ध नहीं होगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि इन राज्यों में किसानों को स्टैंडबाय पर रखा गया है और विरोध प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बुलाया जाएगा।

संयुक्ता किसान मोर्चा ने कहा, ‘‘दिल्ली के अंदर कोई चक्का जाम प्रदर्शन नहीं होगा क्योंकि सभी प्रदर्शन स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सभी रास्ते खुले रहेंगे, जहां किसान विरोध मोर्चा पहले से ही स्थित है।’’

निर्बाध जारी रखने के लिए आवश्यक सेवाएं
संयुक्ता किसान मोर्चा (SKM) ने कहा कि ‘चक्का जाम’ के दौरान फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और स्कूल बसों जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। किसान संगठनों ने आश्वासन दिया है कि ‘चक्का जाम’ पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा और प्रदर्शनकारियों को सरकारी अधिकारियों या किसी भी नागरिक के साथ किसी भी संघर्ष में शामिल नहीं होने के लिए कहा गया है। 

दिल्ली पुलिस ने सतर्कता बरती
इस बीच, भले ही राष्ट्रीय राजधानी में चक्का जाम नहीं होगा, दिल्ली पुलिस ने सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। दिल्ली पुलिस ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया पर निगरानी कर रहे हैं कि पुलिस के खिलाफ अफवाहें न फैलाई जाएं। प्रदर्शनकारी दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। हम अन्य राज्यों के पुलिस बल के भी संपर्क में हैं।’’

दिल्ली पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए सीमाओं पर विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की है कि कोई भी राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश न करे। किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। इस झड़प में 500 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने लाल किले पर झंडा फहराया, जिसमें सभी वर्गों की कड़ी आलोचना हुई।

Comment here