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Corona Vaccine: दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में मिलेगी

नई दिल्लीः पूरी दुनिया को जिस कोरोना वैक्सीन का इंतजार था, वो अब जल्द ही मार्किट में उपलब्ध हो जाएगी। लेकिन, वैक्सीन आने के साथ ही इसकी कीमतों को लेकर सभी असमंजस में हैं। हालांकि भारत दूसरे देशों की तुलना में सस्ती दरों पर वैक्सीन को खरीद रहा है। तो, जाहिर सी बात है कि […]

नई दिल्लीः पूरी दुनिया को जिस कोरोना वैक्सीन का इंतजार था, वो अब जल्द ही मार्किट में उपलब्ध हो जाएगी। लेकिन, वैक्सीन आने के साथ ही इसकी कीमतों को लेकर सभी असमंजस में हैं। हालांकि भारत दूसरे देशों की तुलना में सस्ती दरों पर वैक्सीन को खरीद रहा है। तो, जाहिर सी बात है कि भारत में कोरोना वैक्सीन पूरी दुनिका के मुकाबले सस्ते में उपलब्ध होगी।  स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत में उपलब्ध दोनों कोरोना वैक्सीन दुनिया में सबसे सस्ती कीमत पर मिलेंगी। क्योंकि कंपनियां उन्हें बाजार मूल्य पर नहीं बेच रही हैं।

भारत बायोटेक सरकार को 16 लाख डोज निशुल्क उपलब्ध कराएगा। इस हिसाब से देखें तो भारत बायोटेक का टीका 206 रुपये प्रति डोज की कीमत में मिला है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि दुनिया के अन्य देशों में जिन टीकों का इस्तेमाल हो रहा है, उनकी तुलना में भारत ने सस्ती दरों पर टीकों को खरीदा है। फाइजर का टीका 1431, मॉडर्ना 2348 से 2715, सिनोफार्म 5650, सिनोबैक बायोटेक 1027, नोवैक्स 1114, स्पूतनिक 734, जॉनसन एंड जॉनसन का एक टीका 734 रुपये का है। इस तरह से भारत में सबसे सस्ती दरों पर ये वैक्सीन उपलब्ध होगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को बताया कि अगले 2 दिन में देशभर में टीके की 1.65 करोड़ डोज उपलब्ध करा दी जाएंगी, जिससे अभियान शुरू हो जाएगा। मंगलवार शाम तक 54.70 लाख डोज मिल चुकी है। 1.10 करोड़ डोज सीरम इंस्टीट्यूट में 200 रूपये प्रति डॉलर की कीमत पर ली गई है। जबकि 35 लाख डोज भारत बायोटेक से 300 प्रति डॉलर की कीमत पर खरीदी गई है।

स्वास्थ्य सचिव अनुसार, वैक्सीन चुनने का विकल्प लाभार्थी को उपलब्ध नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह उन देशों में प्रथा है जहां एक से अधिक वैक्सीन उपलब्ध हैं।

विश्व स्तर पर उपलब्ध सबसे सस्ते टीकों में से कुछ रूसी स्पुतनिक-वी हैं और जो जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा विकसित किए जा रहे हैं, जिनकी कीमत प्रत्येक खुराक में लगभग 740 रूपये है।

पुणे में मीडिया से बात करते हुए, SII के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन की 200 रूपये की विशेष कीमत केवल सरकार के लिए है। उन्होंने कहा, यह कीमत 5.6 करोड़ खुराक की आपूर्ति के लिए लागू होगी। कोविशिल्ड की 56.5 लाख खुराक पुणे से ट्रकों द्वारा विभिन्न राज्यों के रवाना कर दी गई है। पूनावाला ने यह भी कहा कि जब वैक्सीन निजी बाजार में बिकेगी, तो इसकी लागत लगभग ₹1,000 की होगी।

टीकों का भंडारण
भूषण ने कहा कि चेन्नई, करनाल, कोलकाता और मुंबई में चार सामान्य चिकित्सा आपूर्ति डिपो से, संबंधित राज्य सरकारों के नियंत्रण में, टीकों को क्षेत्रीय वैक्सीन केंद्रों में पहुंचाया जाएगा। सभी राज्यों में कम से कम एक क्षेत्रीय वैक्सीन केंद्र है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में नौ केंद्र हैं, गुजरात और मध्य प्रदेश में चार-चार, केरल में तीन, और कर्नाटक और राजस्थान एक-एक केंद्र हैं।  

टीके की दो रोज लगना जरूरी
भूषण ने कहा कि किसी भी वैक्सीन की दो-दो डोज कम से कम 28 दिन के अंतराल पर लगनी जरूरी है। ऐसे में अगर लोगों को यह लगता है कि टीका की एक डोज लगने के बाद उन्हें अब कोई डर नहीं है तो वह गलत है। उन्होंने हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए कहा कि दोनों डोज मिलने के बाद भी सतर्कता नियमों का पालन अनिवार्य होगा तभी टीकाकरण प्रभावी होगा।

विनोद पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग, ने कहा कि दोनों टीके सुरक्षित हैं, प्रतिरक्षात्मक और किसी भी दुष्प्रभाव से रहित हैं। उन्होंने कहा कि वे वास्तव में देश में नियमित टीकाकरण के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई अन्य टीकों की तुलना में सुरक्षित हैं।

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