नई दिल्लीः ब्रिटेन से शुरू हुए कोरोना के नए वायरस स्ट्रेन का संक्रमण भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एनआईवी पुणे लैब में 25 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद भारत में नए कोरोना स्ट्रेन के संक्रमितों की संख्या 58 पर पहुंच गई है।
25 नवंबर से 23 दिसंबर, 2020 तक, लगभग 33,000 यात्री यूके से विभिन्न भारतीय हवाई अड्डों पर पहुंचे। कोविड-19 के नए वायरस स्ट्रेन का पता लगाने के लिए इन सभी यात्रियों को राज्यों द्वारा आरटी-पीसीआर परीक्षणों के जरिए ट्रैक किया जा रहा है।
जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए देशभर के 10आईएनएसएसीओजी लैबों (एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, एनसीसीएस पुणे, सीसीएमबी हैदराबाद, सीडीएफ़डी हैदराबाद, आईएनएसटीईएम बेंगलुरु, निमहंस बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली और एनसीडीसी दिल्ली)में संक्रमित नमूनों की जांच की जा रही है।
इन सभी नये संक्रमित व्यक्तियों को संबंधित राज्य सरकारों द्वारा नामित स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के अनुसार एकल कमरे के आइसोलेशन में रखा जा रहा है। साथ ही उनके संपर्क में आए हुए लोगों को भी क्वारंटीन में रखा गया है। सह-यात्रियों, पारिवारिक संपर्कों तथा अन्य व्यक्तियों से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए व्यापक संपर्क पहचान कार्य शुरू कर दिया गया है। अन्य नमूनों पर भी जीनोम सिक्वेंसिंग का कार्य चल रहा है।
स्थिति पर सावधानीपूर्वक नज़र रखी जा रही है और निगरानी बढ़ाने, नियंत्रण, जांच तथा नमूनों को इंसाकॉग प्रयोगशालाओं को प्रेषण के लिए राज्यों को नियमित सलाह प्रदान की जा रही है।
किन देशों में मिला नया स्ट्रेन?
बता दें कि सबसे पहले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि ब्रिटेन में हुई थी, जिसके बाद यह कई देशों में फैल चुका है। नया स्ट्रेन अब तक ब्रिटेन, भारत, अमेरिका, चीन, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, लेबनान, सिंगापुर और नाइजीरिया में मिल चुका है।
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