नई दिल्लीः दिल्ली दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट में राजनेताओं से लेकर वकीलों और कार्यकर्ताओं तक कई प्रमुख हस्तियों के नाम सामने आए हैं। इसमें कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और अधिवक्ता प्रशांत भूषण का नाम शामिल है। पूर्व कांग्रेस पार्षद इशरत जहां और एक आरोपी खालिद सैफी के खुलासे वाले बयान में उनका नाम सामने आया है। इस तरह के बयान भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 25 के तहत अनुचित हैं।
पूर्व कांग्रेस पार्षद इशरत जहां ने अपने खुलासे में कहा कि पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, वकील प्रशांत भूषण, कार्यकर्ता हर्ष मंडेर और कार्यकर्ता से राजनेता बने योगेंद्र यादव जैसी विभिन्न हस्तियों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
बता दें कि 16 सितंबर को इसी तरह का बयान खालिद सैफी और अन्य गवाहों ने भी दिया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यूएपीए, भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम को नुकसान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत एक चार्जशीट दायर की। चार्जशीट की कॉपी सोमवार को उनके काउंसल को भेज दी गई थी।
इस साल फरवरी में पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए दंगों के पीछे साजिश के कोण की जांच के लिए एफआईआर दर्ज करने के 200 दिनों से भी कम समय में चार्जशीट दायर की गई थी। नागरिकता कानून समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बीच हालात नियंत्रण से बाहर हो गये, जिससे कम से कम 53 लोग मारे गए और लगभग 200 लोग घायल हो गए।
चार्जशीट में ताहिर हुसैन, सफूरा जर्गर, गुलफिशा खातून, देवांगना कलिता, शफा-उर-रहमान, आसिफ इकबाल तनहा, नताशा नरवाल, अब्दुल खालिद सैफी, इशरत जहां, मीरान हैदर, शादाब अहमद, तलसीम अहमद, सलीम मलिक, मो. सलीम खान और अतहर खान शामिल हैं।
चार्जशीट में ताहिर हुसैन को मुख्य आरोपी बनाया गया है। हालांकि आरोप पत्र में उमर खालिद, शारजील इमाम, मोहम्मद परवेज अहमद, मोहम्मद इलियास, दानिश और फैजल खान का नाम नहीं है। उनके नाम सप्लीमेंट्री चार्जशीट में जोड़े जाएंगे।